मॉर्निंग नोट्स

आज सुबह

मॉर्निंग नोट्स

११/०८/२०२२

सुहानी सुबह , तापमान २४ डिग्री , इतना ही रहे तो यह शहर स्वर्ग बन जाए , लेकिन ऐसा होता नहीं है , कल पूरा दिन गर्म और उमस से भरा रहा , शाम तक उमस थी , पार्क में सैर करने वाले लोगों की संख्या में गिरावट आ जाती है , जिस दिन भी उमस होती है। दिन बड़े हो गए हैं ,ऐसा महसूस होता है। बहुत देर तक अपरिचित सा उजाला रहता है। पर्यावरण में निरंतर आता बदलाब चिंताजनक है। सूरज की किरणों में इतना ताप है की हिरण का रंग भी स्याह में बदल जाए।

कल आसमान बादलों से भरा था , जैसे भेड़ें चर रही हों आसामन में , और बीच से झांकता तपता सूरज। आसमान की तरफ देखा नहीं जा रहा था , बाद दोपहर भी इतना ताप और रोशनी थी। आँखें चौंधिया जा रही थी।

आपके शहर का मौसम कैसा है , गाँव में तो अब भी बारिशें हैं , पहाड़ पर अब भी सडकें पानी के तेज़ बहाव से बह जा रही हैं.

अपना ख्याल रखें जहां भी हैं आप।

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rameshpathania

I write in Hindi ,poetry,short stories ,opinion on environment and development.Translator IIMC Delhi &HPU SHIMLA .Follow ,support .