आज सुबह
मॉर्निंग नोट्स
२७/०८/२०२२
एक ख़ास सुबह अगस्त की ,ख़ास इसलिए क्योंकि हम सब यह सुबह देख पाए। आप ने अनुभव किया होगा की जैसे जैसे आप की उम्र बढ़ती जाती है आपके दोस्तों का दायरा कम होता जाता है , या सिर्फ मुट्ठी भर दोस्त रह जाते हैं , जिन्हें आपका संदेश पाकर खुशी होती है , या आपको उनका सन्देश या फ़ोन आता है तो आप खुश होते हैं। यह मानवीय प्रवृति है , स्वार्थ के समय ही लोगों को याद करना , या अचानक उनका याद आना। यह जीवन ऐसे ही चलता आ रहा है , और शायद ऐसी ही चलता रहेगा। लोग , हमारे अपने यार दोस्त , बहुत जल्दी हमारी स्मृति से चले जाते हैं। या धूमिल हो जाते हैं हमारी याद से। आभासी दुनियाँ में भी और आम ज़िंदगी में भी। इसलिए अपनों के सम्पर्क में रहिये , जब उनकी ज़रुरत हो तब भी और जब उनकी ज़रूरत न हो तब भी। अगर हम ऐसा नहीं करेंगे तो जीवन का सर्कल सिकुड़ता जायेगा। जीवन में सुंदरता नहीं रहेगी। और न गोल्डन रेशो रूल ही लागू हो पायेगा इंसानों पर जो उनकी सुंदरता के बारे में बहुत कुछ कहता है।
'शनिवार का दिन अच्छे से बिताएं , अपने किसी ऐसे दोस्त से बात करें जिसे आपने लगभग भुला ही दिया है जाने अनजाने में। हो सकता है वह आपके फ़ोन या सन्देश का इंतज़ार कर रहा हो।
आपका दिन शुभ हो।अपने ही शहर में कहीं घूम आएं। अच्छा लगेगा
Write a comment ...